1] तू मोहब्बत है मेरी इसीलिए दूर है मुझसे…अगर जिद होती तो शाम तक बाहों में होती ।
2] वो भी आधी रात को निकलता है और मैं भी , फिर क्यों उसे चाँद और मुझे आवारा कहते हैं लोग ?
3] लबों से लब मिल गए लबों से लब सिल गए ,सवाल गुम, जवाब गुम, बडी हसीन रात थी .
4] हर बार हम पर इल्ज़ाम लगा देते हो मोहब्बत का, कभी खुद से भी पूछा है इतने हसीन क्यों हो।
5] इश्क की पतंगे उडाना छोड़ दी .वरना हर हसीनाओं की छत पर हमारे ही धागे होते.
6] नज़र से दिल में उतरना, बड़ी बात नहीं,जो रूह में उतरो, तो कोई बात बने.
7] ये दिल ही तो जानता है मेरी पाक मोहब्बत का आलम ,कि मुझे जीने के लिए सांसो की नही तेरी जरुरत है .
8] हक़ से दे तो “नफरत” भी सर आंखों पर ,खैरात में तो तेरी “मोहब्बत” भी मंजूर नहीं ।
9] खुद ही दे जाओगे तो बेहतर है, वरना हम दिल चुरा भी लेते हैं.
10] मेरे बारे में इतना मत सोचना , दिल में आता हूँ , समझ में नही ।
11] “काश तुम मेरे होते?” साँस थम जाती गर ये लफ्ज तेरे होते.
12] वो मुझे नफ़रत करें या प्यार करें, मैं तो एक दीवाना हूँ.
13] दूर बैठ रहोगे, पास न आओगे कभी,ऐसे रूठोगे तो जान ले जाओगे कभी.
14] थोड़ी थोड़ी ही सही मगर बातें तो किया करो ,चुप रहते हो तो भूल जाने का एहसास होता है.
15] बात इतनी सी थी ,कि तुम अच्छे लगते थे. अब बात इतनी बढ़ गई,कि तुम बिन कुछ अच्छा नहीं लगता.
16] वो मेरे दिल से बाहर निकलने का रास्ता न ढुंढ सके ,दावा करते थे जो मेरी रग-रग से वाकीफ होने का.
17] कितनी अजीब है मेरे अन्दर की तन्हाई भी,हजारो अपने है मगर याद तुम ही आते हो.
18] कभी तो हिसाब करो हमारा भी ,इतनी मोहब्बत भला कौन देता है उधार में.
19] दिलो जान से करेंगे हिफ़ाज़त उसकी बस एक बार वो कह दे कि मैं अमानत हूं तेरी ।
20] कुछ तुम्हारी निगाह काफिर थी,कुछ मुझे भी खराब होना था।
21] तेरी सूरत को जब से देखा है मेरी आँखों पे लोग मरते हैं.
22] तुम खुश-किश्मत हो जो हम तुमको चाहते है वरना, हम तो वो है जिनके ख्वाबों मे भी लोग इजाजत लेकर आते है !!
23] तू Reply नही दे रही इसका मतलब ये नही की attitude है तेरे में, तुझे डर है की तू मुझसे प्यार ना कर बैठे.
24] जिसकी सजा सिर्फ तुम हो ,मुझे ऐसा कोई गुनाह करना है .
25] तेरी आँखों से दो घूंट शराब क्या पी ली ,दिल को चढ़ गया इश्क का जहर .
26] ज़रा शिद्दत से चाहो तभी होगी आरज़ू पूरी हम वो नहीं जो तुम्हे खैरात में मिल जायेंगे.
27] इश्क़ तो बस नाम दिया है दुनिया ने, एहसास बयां कोई कर पाये तो बात हो .
28] कहाँ से लाएँ अपनी बेगुनाही के पक्के सबूत,दिल, दिमाग, नजर सब कुछ तो तेरी कैद में हैं।
29] अजीब रंग में गुजरी है जिंदगी अपनी.दिलो पर राज़ किया और मोहब्बत को तरसे.
30] धड़कनों को कुछ तो काबू में कर ए दिल,अभी तो पलकें ही झुकाई है मुस्कुराना अभी बाकी है उनका.
< 31] खूश्बु कैसे ना आये मेरी बातों से यारों,मैंने बरसों से एक ही फूल से जो मोहब्बत की है ।
32] कैसे हो जाऊँ मैं तुम से जुदा, धडकन के बग़ैर कोई जिन्दा रह सकता है भला.
33] तुझे ख़्वाबों में पाकर दिल का क़रार खो ही जाता है,मैं जितना रोकूँ ख़ुद को तुझसे प्यार हो ही जाता है.
34] इतनी मिन्नतों के बाद रुबरू हुए हो,समझ नही आता तुम्हे देखूँ या तुम मे खो जाऊँ .
35] इतनी मिन्नतों के बाद रुबरू हुए हो,समझ नही आता तुम्हे देखूँ या तुम मे खो जाऊँ .
36] ये नजर नजर की बात है कि किसे क्या तलाश है ,तू हँसने को बेताब है , मुझे तेरी मुस्कुराहटों की प्यास है.
37] मेरी बात सुन पगली अकेले हम ही शामिल नही है इस जुर्म में, जब नजरे मिली थी तो मुस्कराई तू भी थी.
38] हमने तो उस शहर में भी किया है इंतज़ार तेरा,जहाँ मोहब्बत का कोई रिवाज़ न था....!
39] उनकी चाल ही काफी थी इस दिल के होश उड़ाने के लिए ,...अब तो हद हो गई जब से वो पाँव में पायल पहनने लगे .
40] नजर में डूबके न आ सके किनारे पे,अजी हम मर गये थे आपके इशारे पे.
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